
राजगांगपुर विधानसभा क्षेत्र के झारबेड़ा स्थित पुराने डालमिया कॉलेज के चेयरमैन पर अनियमितता के आरोप लगे हैं। तहसीलदार जगबंधु मल्लिक ने पूर्व अध्यक्ष डॉ. हिरेन लुगुन और कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अमरेश चंद्र पांडा समेत कई पूर्व छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की है।
डालमिया कॉलेज के चेयरमैन जितेंद्र पटेल पर आरोप लगाया गया कि उनकी लापरवाही के कारण कॉलेज को मिले 22 लाख रुपये वापस कर दिए गए।
उन्होंने प्रबंधन समिति से परामर्श किये बिना कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि कैसे कर दी? ऐसी 14 शिकायतें हैं कि परिणामस्वरूप छात्रों को उच्च प्रवेश शुल्क वहन करना पड़ता है।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा बिना अनुमति के छुट्टी पर जाना तथा बीमारी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के बाद काम पर वापस लौटना,
गंभीर आरोप हैं कि चेयरमैन बिना छुट्टी लिए अपने घर चले जाते हैं और हफ्तों वहीं रहते हैं, छात्रों को समय पर पहचान पत्र और लाइब्रेरी कार्ड नहीं दिए जाते, परीक्षा के दौरान नकल की इजाजत दी जाती है, शिक्षक कम समय के लिए कॉलेज में उपस्थित रहते हैं।
इतना ही नहीं, कॉलेज में परीक्षाएं चलने के दौरान चेयरमैन और उनके साथियों द्वारा जन्मदिन पार्टी मनाने का वीडियो भी जांच अधिकारी को उपलब्ध कराया गया। कॉलेज के अधिकांश छात्र, जो एसटीएससी हैं, नियमित कक्षाओं की कमी और उनके लिए बने 100 बिस्तरों वाले छात्रावास के चालू न होने के कारण मुफ्त पढ़ाई से वंचित हैं।
इसके साथ ही तहसीलदार जगबंधु मलिक ने कॉलेज में अनियमितताओं के कई अन्य आरोपों की भी जांच की है।
तहसीलदार ने बताया कि जांच रिपोर्ट कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष और सदर उपजिलाधिकारी को भेजी जाएगी।
रिपोर्टों के अनुसार, कॉलेज के प्रबंधन में अनियमितताएं हैं और धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। पुराने छात्र कुलदीप सिंह, राजेंद्र बेहरा व अन्य ने उच्च शिक्षा मंत्री को शिकायती पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रबंधन में अनियमितताएं हैं और धन का दुरुपयोग हो रहा है।
और मंत्री की शिकायत की गंभीरता को देखते हुए मंत्री के निर्देश पर राजगांगपुर तहसीलदार ने जांच की। जब अध्यक्ष श्री पटेल से आरोपों के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं तथा उन्होंने जांच रिपोर्ट का इंतजार करने को कहा।