मामला: पीडब्ल्यूडी कांट्रेक्टर से 9.25 लाख रुपये की ठगी।
आरोप: कामधेनु सरिया का डीलर बनाने के नाम पर रकम ऐंठी।
गिरफ्तार: 6 आरोपियों में एक नाबालिग शामिल।
फरार: मुख्य आरोपी रोशन यादव की तलाश जारी।
बरामदगी: आरोपियों से पासबुक और मोबाइल जब्त।
मामले का विवरण:
दिनांक 13-09-2024 को जशपुर निवासी और पीडब्ल्यूडी कांट्रेक्टर कनक कुमार चंडालिया (55 वर्ष) ने थाना सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उन्होंने 07-09-2024 को कामधेनु सरिया कंपनी का नंबर गूगल पर सर्च कर संपर्क किया और डीलरशिप की इच्छा जताई। इसके बाद अंकित शर्मा नामक व्यक्ति ने उनसे संपर्क कर आवश्यक दस्तावेज (आधार कार्ड, पैन कार्ड, दुकान की फोटो, फर्म की जीएसटी और कैंसल चेक) मांगे।
डीलरशिप की प्रक्रिया शुरू होने का दावा करते हुए 09-11-2024 को उनसे 1,25,000 रुपये और फिर 8,00,000 रुपये अग्रिम भुगतान के रूप में विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करवाया गया। इसके बाद उन्हें संदेह हुआ, और कामधेनु स्टील के हेडक्वार्टर (गुड़गांव, हरियाणा) से संपर्क करने पर पता चला कि ऐसी कोई डीलरशिप नहीं दी गई थी।
पुलिस की कार्रवाई:
शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। सायबर सेल की मदद से खाता ट्रांजेक्शन और मोबाइल सर्विलांस के जरिए आरोपियों का पता लगाकर जशपुर पुलिस की टीम पटना (बिहार) पहुंची। वहां से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 1 नाबालिग भी शामिल है।
गिरफ्तार आरोपी:
1. मनीष (21 वर्ष)
2. रूदल (20 वर्ष)
3. राजन (19 वर्ष)
4. विशाल (22 वर्ष)
5. अजीत (19 वर्ष)
6. एक नाबालिग
फरार आरोपी: रोशन यादव (20 वर्ष)
जांच के दौरान पता चला कि मुख्य आरोपी रोशन यादव अन्य आरोपियों के बैंक खातों और एटीएम का इस्तेमाल करता था। इसके एवज में वह उन्हें प्रति ट्रांजेक्शन 5,000 रुपये देता था। ठगी की रकम वह एटीएम और ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से निकालता था।
पुलिस की अपील:
पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह ने जनता से अपील की कि किसी भी अनजान व्यक्ति से अपनी बैंकिंग जानकारी साझा न करें। ओटीपी या पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी गुप्त रखें और साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क रहें।
जशपुर पुलिस: “मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।”