
धरमजयगढ़ के ग्राम पंचायत पारेमेर से तिरंगे झंडे के अपमान की तस्वीर सामने आ रही है। यहां गांव के बीचो-बीच एक घर के आंगन में भूसे के ढ़ेर पर तिरंगा झंडा उल्टा बांधकर फहराया गया है। जो अपने आप में बड़ा सवाल खड़ा करता है की क्या गांव में कोई साक्षर व्यक्ति नहीं जो ग्रामीण झंडा उल्टा फहरा रहे है ।क्या कोई ऐसा नहीं जो उन्हें समझा सके या इसकी सुचना शासन-प्रशासन को दे सके। बता दे की तिरंगा झंडा में हरा रंग निचे और केसरी रंग ऊपर होता है जबकि यहां हरा रंग ऊपर और केसरी रंग निचे की ओर करके झंडा फहराया गया है
अब सवाल ये है कि क्या गांव में साक्षरता का स्तर इतना गिर गया है की वहा के लोगों को तिरंगा झंडा फहराने के नियमों के बारे में कोई जानकारी नहीं
वही सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है की क्या इस गांव में शासकीय कर्मचारी जैसे की ग्राम सचिव, शाला के शिक्षक, ग्राम पंचायत विकास कार्य में लगे जिम्मेदार कर्मचारी एवं अन्य कर्मचारियों को यह दिखाई नहीं पड़ा
क्युकी अगर गांव के लोगों की साक्षरता अगर नहीं भी होंगी तब भी यह शासकीय कर्मचारी तो पढ़े लिखें है तभी एक जिम्मेदार पद पर विराजमान है। क्युकी मुख्य सडक से ही तिरंगा झंडा दिखाई पड़ रहा। ऐसे में आप सोच सकते है की गांव में शिक्षा का स्तर कितना गिर गया होगा की यहां के लोगों को तिरंगा झंडा का अपमान भी दिखाई नहीं पड़ रहा।
वही हमारे द्वारा आस पास मौजूद कुछ लोगों को इसके बारे में बताया गया।