छत्तीसगढ़

नशा मुक्ति सप्ताह में कोरिया पुलिस द्वारा मानसिक एवं शारीरिक मजबूती हेतु योगासन, प्राणायाम, ध्यान सत्र का आयोजन

छत्तीसगढ़ योग आयोग और पतंजलि योग संस्थान से प्रशिक्षित टीम ने पुलिस लाइन में किया आयोजन, 150 पुलिसकर्मी हुए लाभान्वित

पुलिस अधीक्षक कोरिया के निर्देशानुसार मंगलवार को पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में प्रातः 6:00 बजे से 8:00 बजे तक जिले के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक विशेष योग, प्राणायाम और आसन प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ योग आयोग एवं पतंजलि योग संस्थान से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स द्वारा संचालित किया गया, जिसमें प्रमुख प्रशिक्षक राजेंद्र राजवाड़े, ऋतू अग्रवाल (विकास विस्तार अधिकारी, जनपद पंचायत बैकुंठपुर) एवं उनकी टीम शामिल रहे।

योग सत्र की शुरुआत शिथिलीकरण और चालन अभ्यास से की गई, जो शरीर को ढीला कर आराम देने के साथ-साथ सुचारू रूप से आसन करने की तैयारी का मुख्य उद्देश्य रखता है। इस श्रेणी में सबसे पहले ग्रीवा चालन कराया गया, जिसमें गर्दन को दाएँ-बाएँ झुकाने का अभ्यास कराया गया। इसके बाद स्कंध चालन (कंधों का खिंचाव) और कटि चालन (कमर या घुटने का खिंचाव) कराया गया जो शरीर के ऊपरी और निचले हिस्सों को गतिशील और लचीला बनाता है।

इस अभ्यास से शरीर में स्फूर्ति और मांसपेशियों की शक्ति में वृद्धि होती है । इसके बाद विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराया गया, जिनमें खड़े होकर ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अधोमुख श्वानासन और त्रिकोणासन प्रमुख थे। ये आसन शरीर को संतुलन, लचीलापन और मजबूती प्रदान करने के लिए होते है। इन आसनों से न केवल शरीर की मांसपेशियों में लचीलापन आता है, बल्कि मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में भी सुधार होता है। बैठकर किए गए आसनों में भद्रासन, वीरासन, ऊष्ट्रासन, शशकासन और उत्तान मंडूकासन शामिल थे। इन आसनों ने शरीर के मध्य भाग को मजबूती और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में मदद मिलती है।

सत्र के अगले चरण में, प्रशिक्षकों ने पेट के बल लेटकर मकरासन, भुजंगासन और शलभासन का अभ्यास कराया। ये आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। पीठ के बल लेटकर सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, हलासन, पवनमुक्तासन और शवासन जैसे आसनों का अभ्यास कराया गया, जिनसे शरीर में गहरी विश्राम की स्थिति उत्पन्न होती है। शवासन या योग निद्रा के माध्यम से पूर्ण विश्राम और मानसिक शांति का अनुभव होता है।

अंतिम चरण में कपालभाति, अनुलोम-विलोम, शीतली, भ्रामरी प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराया गया, जिनसे शरीर की प्राणशक्ति में वृद्धि होती है और मानसिक संतुलन प्राप्त किया जाता है। प्रशिक्षण सत्र के अंत में एक संक्षिप्त प्रशिक्षण Tapping for Lymphatic system activation को एसपी कोरिया द्वारा कराया गया, जिससे उन्होंने सिखाया कि कैसे इससे शरीर के कुछ बिंदुओं पर धीरे-धीरे थपथपाकर लिम्फ द्रव के प्रवाह को बेहतर किया जाता है और इससे शरीर से toxic elements का निष्कासन, प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि, सूजन में कमी और ऊर्जा का स्तर बढ़ाने में मदद मिलती है। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि योगासन करने से नशे के प्रति रुझान में प्रभावी कमी आती है। एसपी कोरिया ने प्रतिदिन लगभग आधे घंटे अपने शरीर को शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को देने के लिए सभी पुलिकर्मियों का आव्हान किया है।

उक्त योग सत्र में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मोनिका ठाकुर, SDOP बैकुंठपुर श्री राजेश साहू, उप पुलिस अधीक्षक श्री श्याम लाल मधुकर, नेल्सन कुजूर समेत पुलिस अधीक्षक कार्यालय, रक्षित केंद्र, जिला विशेष शाखा, साइबर सेल, कंट्रोल रूम, सभी थाना, चौकी के स्टॉफ इसमें सम्मिलित रहे।

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