रूपुटोला के बेखौफ देशी शराब माफिया खुलेआम चल रहा है, देशी शराब बनाने का कार्य
राउरकेला नगर पालिका क्षेत्र में आनेवाले पानपोसा रूपुटोला बस्ती वार्ड नंबर 4.स्थित पुरुना तेंगे कांटा के सामने अवैध देशी बनाने और बेचने का काम खुलेआम चल रहा है।
यह अंचल राउरकेला के रघुनाथ पाली थाना अंतर्गत और उदित नगर आबकारी विभाग के अंतर्गत आता है,ऐसी चर्चा है कि इस शराब माफ़िया को आबकारी विभाग और स्थानीय थाना का सह प्राप्त है।ऐसा कहा जाता है कि यह देशी शराब तैयार करने और बेचने की जगह टी रंगलाल लोहार और पूजा सिंह के घर के पीछे है। जो चारदिवारी से घिरा हुआ है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां देशी शराब 3 से 4 वर्षों से लोगों को मजदूरी में लगाकर बनाई जाती है। यह कार्य सुबह 7 बजे से शुरू होती है और शाम तक चलती है। इससे यहाँ शराब पीने के लिए विभिन्न प्रकार के असामाजिक लोगों की भीड़ उमड़ती है। यहाँ शराबियों का जमावड़ा लगे रहने से घर के आसपास बहुत सारी महिलाएं, पढने वाली युवतियाँ रहती हैं, महिलाओं,युवतियों और माताओं को नित्यक्रिया के लिए जाने का रास्ता नहीं मिल पाता है इन लोगों को अनेक तरह की परेशानीयों का सामना करना पड़ता है। यहाँ का माहौल अप्रिय होता जा रहा है।
इसके अलावा, इस शराब को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला महुआ शराब निकाल लेने के बाद पानी सहित घर के आंगन में फेंक दिया जाता है जिसे गाय ,भैस खाने के लिए यहाँ आते है जिससे सड़कें नष्ट हो रही है।
शहर में ऐसे शराब माफिया की बादशाहत का राज क्या है? क्या शराब माफिया और आबकारी विभाग के बीच साठगांठ है।यह अंचल में चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
शराब माफियाओं के डर से लोग चुपचाप रास्ते में पत्थरों और रेत डालकर सड़क पर चलने के लिए मजबूर हैं।
इन मधुआ को हर दिन विभिन्न तरह के रसायन मिलाकर निकाला जाता है। और इस जहरीले पानी के जमाव के कारण गाँव में मच्छर, मक्खी,कीट पतंगो का प्रकोप है जिससे यहाँ के रहने वाले लोग डेंगू, मलेरिया,संक्रमण जैसी बीमारियों से प्रभावित है।
वातावरण में बदबू लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे मलेरिया, डेंगू जैसी घातक बीमारियाँ हो रही हैं और राउरकेला के अस्पतालों में बीमार भर्ती हो रहे है, और कुछ लोगों की मृत्यु होने की भी खबर है।
शहर के बुद्धिजीवियों के बीच शराब माफिया और अबकारी विभाग के मधुचंद्रिका के मामले को लेकर चर्चा सुनने को मिल रही है।